Thu. Jan 16th, 2025

बच्चों ने कहा छोटी सी बात पर रेस्टिगेट करने की देती हैं धमकी, हमें बोलती हैं जानवर और चोर!

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खरगोन जिला मुख्यालय के एकलव्य आवासीय परिसर के प्रिंसिपल के तानाशाहीपूर्ण रवैये के विरोध में सैकड़ों बच्चों का पैदल मार्च। बीच रास्ते में एसडीएम ने रोका और समझाईश दी। बच्चों ने कहा प्रिंसिपल छोटी बात पर देती है बड़ा पनिशमेंट। छोटी सी बात पर रेस्टिगेट करने धमकी देती हैं। ₹500 फाइन करती हैं। हमें चोर और जानवर कहती हैं। 

खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर एकलव्य आवासीय परिसर के सैकड़ो छात्र-छात्राएं हॉस्टल छोड़ पैदल ही डीएम से शिकायत करने निकल पड़े। शाम के समय चित्तौड़गढ़-भुसावल स्टेट हाईवे पर सैकड़ों की संख्या में बच्चों के पैदल मार्च की सूचना जैसे ही मिली आदिवासी विकास विभाग सहायक आयुक्त प्रशांत आर्य बच्चों को समझने के लिए मेनगांव पहुंच गए। सूचना मिलने पर एसडीएम बीएस कलेश भी दलबल के साथ पहुंचे। जब बच्चों से बात की तो छात्र और छात्रों ने अधिकारियों को बताया आवासीय विद्यालय के प्राचार्य का रवैया छात्र-छात्राओं के प्रति बहुत ज्यादा सख्त है और छोटी सी बात पर भी बड़े पनिशमेंट देती हैं। बात-बात पर रेस्टिगेट करने की धमकी देती है। विद्यार्थी ने कहा हम तो कलेक्टर साहब को ही शिकायत करेंगे और अपनी पीड़ा बताएंगे काफी देर समझाने के बाद बच्चे माने और उन्हें वापस छात्रावास ले जाया गया। 

प्रिंसिपल कहती हैं हमें जानवर-

गुस्साए बच्चों से मिलने जब अधिकारी पहुंचे तो बच्चों का रोष फूट पड़ा। उन्होंने अधिकारियों से कहा प्रिंसिपल हमें जानवर और चोर कहती हैं। दो दिन में प्रिंसिपल को हटा रहे हैं तो ठीक है नहीं तो हम कलेक्टर से मिलेंगे। हमको निकालना है तो निकाल दो लेकिन प्रिंसिपल को हटाओ। 

खरगोन एसडीएम बीएस कलेश का कहना है हम लोगों को सूचना मिली कि एकलव्य आवासीय विद्यालय के बच्चे कलेक्टर साहब से मिलने पैदल जा रहे हैं। सूचना मिलते ही हम लोग आए हैं। बच्चों से चर्चा कर रहे हैं चर्चा करने के बाद स्कूल में ले जाकर फिर चर्चा करेंगे। कुछ विषय है प्रिंसिपल से विवाद की सूचना मिली है इस पर चर्चा की जाएगी।

छात्रा आशु मानवलकर का कहना है कुछ भी होता है तो प्रिंसिपल मैडम टारगेट कर लेती है और रिजाइन करने की धमकी देती है। बच्चों को चोर भी बोलती है। पेरेंट्स को भी हॉस्टल के अंदर नहीं आने देते सिर्फ गेट के बाहर खड़े रखते हैं। जिस दिन छुट्टियां खत्म होती है और हम हॉस्टल आते हैं तो हमसे ₹500 वसूलती हैं। 

एक छात्र का कहना है छोटी सी गलती पर भी मेम टारगेट कर लेती हैं और बड़ा पनिशमेंट देती हैं। मेरा दोस्त है इसे छोटी सी गलती पनिशमेंट किया। एक माह के लिए रेस्टीगेट किया।

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